Followers

Saturday, July 17, 2010

LAMHAA REVIEW


''लम्हा का हर लम्हा छूता है ''

निर्देशक-राहुल ढोलकिया,निर्माता-बंटी वलिया,जसप्रीतसिंग वालिया,स्क्रीनप्ले-राघव धर,राहुल ढोलकिया,संवाद-साई कबीर,अश्वत भट्‌ट,गीतकार-सईद कादरी,संगीतकार-मिथुन,बैकग्राउण्ड म्युजिक-सन्जाय चौधरी,सिनेमाटोग्राफर-जेमस,एडीटर-अश्मित कुन्दर,अक्षय मोहन।

इस शुक्रवार तीन फिल्मे '' लम्हा '','' तेरे बिन लादेन '' और '' उड़ान '' रिलीज हुई, इन तीनों फिल्मों में से मुझे किसी एक फिल्म को चुनना था, तो मैने ''लम्हा'' को चुना,क्योंकि इसके निर्देशक राहुल ढोलकिया है,क्योंकि वह ''लम्हा '' से पहले ''परजानिया ''(2005)जैसी उम्दा फिल्म का निर्देशन कर चुके है, इसलिए मुझे उनके द्वारा निर्देशित फिल्म '' लम्हा '' से काफी उम्मीद थी, ओंर यह फिल्म मेरी उम्मीदों पर खरी भी उतरी, आइए अब बात करते है ''लम्हा '' की,'' लम्हा'' कश्मीर की, वहां के लोगों की, वहां की राजनीति की,अफसरों की (सेना के अफसर)और आतंकवादियों की, कहानी है जिसमें कश्मीर में क्या क्या घटi और क्या घट रहा है, बडे ही करीब से दिखाया गया, फिल्म कश्मीर घाटी की सच्चाई बयां करती है''लम्हा''।'' लम्हा '' में संजय दत्त ने अपने पात्र को बखूबी निभाया है, बिपाशा बासु ने फिल्म में गजब का अभिनय किया है और फिल्म में कुनाल कपूर का अभिनय भी सराहनीय है, इनके अलावा अनुपम खेर, शेरनाज, पटेल यशपाल, शर्मा, विपिन शर्मा, विश्वजीत प्रधान, मुरली शर्मा, महेश मानजरेकर और ज्योति ने भी फिल्म में अहम किरदार निभाया है, और सभी कलाकारों का अभिनय अच्छा है, '' लम्हा '' की सबसे बडी खासियत है इस फिल्म के दमदार संवाद, इस फिल्म के सभी संवाद (डायलाग्स ) एक से बढकर एक है,सांई कबीर और अश्वत भटट ( फिल्म के संवाद लेखक ) की मैं उनके द्वारा लिखे संवादों के लिए जितनी भी तारीफ करू वह कम ही होगी, फिल्म का गीत संगीत भी कमाल का है, और फिल्म के सभी गीत फिल्म की कहानी का हिस्सा है जो कि आपके दिल को छूते है, इस फिल्म के गीत सईद कादरी ने लिखे है और उनकी कलम में कमाल का जादू है, वैसे तो फिल्म के सभी गीतों के बोल अच्छे है पर सईद कादरी द्वारा लिखा '' मदनो '' जिसे क्षितिज और चिन्मयी ने बेहद सुरीले अंदाज में गाया है, आपको सबसे ज्यादा पसंद आएगा, इस फिल्म में मिथुन ने बेहद उम्दा संगीत दिया है, फिल्म का बैकग्राउण्ड म्युजिक जो कि सनजाय चौधरी ने दिया हैं अच्छा बन पडा है, इस फिल्म में कश्मीर की खूबसूरत वादिया, आपको जरूर पसंद आयेगी, क्योंकि फिल्म के सिनेमाटोग्राफर(जेम्स) ने कश्मीर घाटी को बेहद खूबसूरती के साथ फिल्माया है फिल्म का गीत '' मदनों '' देखकर आप उसमे खो जायेगे, इस फिल्म का स्क्रीनप्ले भी अच्छा है इस फिल्म को देखकर कहा जा सकता है कि इस फिल्म के निर्देशक राहुल ढोलकिया, और उनकी टीम ने इस फिल्म को बनाने से पहले कश्मीर घाटी और उससे जुडे सभी पहलुओं का गहरा अध्ययन (रिसर्च) किया होगा इस फिल्म के बेहतरीन संवाद, अच्छे गीत, संगीत, लाजबाव सिनेमाटोग्राफी और सभी कलाकारों की अच्छी अदायगी इस सब बातों का श्रेय फिल्म के निर्देशक राहुल ढोलकिया को जाता है, क्योंकि उनके उम्दा निर्देशन के कारण ही यह फिल्म इतनी उम्दा और सार्थक बनी है ।'' लम्हा '' कश्मीर पर अब तक बनी सभी फिल्मों में सबसे अलग और सबसे बेहतरीन और सार्थक फिल्मों में से एक है फिल्म है।मेरी आप सभी से गुजारिश है कि आप इस फिल्म को जरूर देखें क्योंकि '' लम्हा '' का हर लम्हा आपको छू जायेगा,ऐसा मेरा विश्वास है।

समीक्षक-अंकित मालवीय
e-mail id-ankkitmalviyaa@gmail.com

No comments:

Post a Comment