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Sunday, December 5, 2010

PHAS GAYE RE OBAMA REVIEW


"फस गए रे ओबामा"हंस गए दर्शक

निर्देशन,स्क्रीनप्ले,कहानी-सुभाष कपूर,निर्माता-अशोक पाण्डे,संगीतकार-मिनिष जे टीपू,बैकग्राउण्ड स्कोर-मनीष जे टीपू,एडिटर-संदीप सिंह बिजेली,गीतकार-शैली,गोपाल तिवारी,सिनेमाटोग्राफी-अरविन्द खन्ना,कोरियोग्राफर-सागर दास,आर्ट-गौतम सेन,कोस्ट्यूम-वीरा कपूर,गायक-कैलाश खेर,ऋचा शर्मा,मनीष जे टीपू
इस शुक्रवार जो तीन फिल्मे रिलीज़ हुई,उनमे से एक "फस गए रे ओबामा"थी,जिसमे कोई भी नामी सितारा नहीं था और इस फिल्म की लगत भी बहुँत कम(लगभग 3 करोड़)थी,और इस फिल्म का बहुँत ज़यादा प्रचार भी नहीं किया गया था,पर जिस किसी ने टीवी पर इस फिल्म के प्रोमो देखे वो सभी इस फिल्म को ज़रूर देखना चाहते होगे,खासतौर से फिल्म का "सारा प्यार हैं बेकार" गाने वाला प्रोमो तो सचमुच लाजवाब हैं और इस फिल्म का नाम भी कुछ अजीब सा हैं,जिसके कारण लगा की इस फिल्म को जरुर देखना चाहिए।122 मिनट की इस कॉमेडी फिल्म में एक एन.आर.आई(भारती मूल का अमेरिकी नागरिक)आर्थिक मंदी(रिसेशन)के कारण अमेरिका से इंडिया आता हैं और इंडिया आते ही उसको माफिया गिरोह के लोग किडनैप कर लेते हैं,इसके बाद फिल्म में कई मोड़ आते हैं,जिन्हें फिल्म में बड़े ही रोचक तरीके से दिखाया गया हैं,निर्देशक सुभाष कपूर की यह फिल्म एक सटायर(व्याग)है।इस फिल्म की कहानी बहुँत ही अलग और मजेदार भी हैं,जिसमे कई उतार-चढ़ाव और कई रोचक मोड़ आते हैं,जिन्हें देखने में दर्शको को बड़ा रोमांच महसूस होगा,इस फिल्म की काहानी इस फिल्म के निर्देशक सुभाष कपूर ने ही लिखी हैं और फिल्म देख कर लगता हैं कि उन्होंने क्या खूब कहानी लिखी हैं।इस फिल्म में भले ही कोई बड़ा सितारा नहीं हैं,पर इस फिल्म में रजत कपूर,संजय मिश्रा,अमोल गुप्ते,मनु ऋषि चंदा जैसे उम्दा अभिनेताओं ने मुख्य किरदार निभाए हैं,वही नेहा धूपिया,बिजेंद्र कला,सुमित निजावन,अमित सीअल,प्रगति पाण्डे,सुशिल पाण्डे,देवेन्द्र चौधरी,सुरेन्द्र राजन,अन्विता(बाल कलाकार),विवेक(बाल कलाकार)भी अहम् किदारो में हैं और सभी ने अच्छा काम किया हैं।फिल्म में एन.आर.आई का मुख्य किरदार निभा रहे रजत कपूर कि एक्टिंग नैचुरल लगती हैं,फिल्म में संजय मिश्रा एक गैंगस्टर कि भूमिका में हैं उनका अभिनय भी कमल का हैं और वो फिल्म के बहुँत से सीन्स में आपको हँसाएगे भी,मनु ऋषि चन्द्र ने फिल्म में अन्नी के किरदार को बखूबी निभाया हैं और पुलिस इंस्पेक्टर के रोल में बिजेंद्र कला का अभिनय भी देखेने लायक हैं,उनकी डायलॉग डेलिवरी और बॉडी लैंग्वेज काबिलेतारीफ हैं,फिल्म में अमोल गुप्ते भ्रष्टा मंत्री के रोल में जचते हैं और नेहा धूपिया ने भी फिमेल गब्बर मुन्नी गैंगस्टर के रोल में गजब कि एक्टिंग कि हैं,नेहा उस किरदार को निभाते हुए भी खूबसूरत लगती हैं।"फस गए रे ओबामा"के गीत-संगीत की बात कि जाये तो इस फिल्म का संगीत,संगीतकार मनीष जे टीपू ने दिया हैं जो की इस फिल्म की कहानी और उसके हालात पर जचता हैं और फिल्म के कई दृश्यो में अहम् भूमिका निभाता हैं ।वैसे तो पूरी फिल्म में एक भी गाना नहीं हैं पर जब फिल्म खत्म होती हैं तब फिल्म के एनरोल टाईटल के साथ "सारा प्यार हैं बेकार" गाने को दिखाया जाता हैं,इस गाने के बोल और म्यूजिक दोनों ही अच्छे हैं,इस गाने को शैली,गोपाल तिवारी ने लिखा हैं,मेरे हिसाब से इस गाने को फिल्म के अन्दर बीच में कही रखा जा सकता था,उससे इस गाने को दर्शक पूरा देख पाते,क्योंकि ये गाना फिल्म के खत्म होने पर फिल्म के एनरोल टाईटल के साथ रखा गया हैं ऐसे में दर्शक इस गाने को पूरा नहीं देख पाते क्योंकि ज़यादातर सिनेमाहाल वाले फिल्म के खत्म होते ही इस गाने को थोडा सा ही दिखने के बाद बंद कर देते हैं,क्योंकि उन्हें आगले शो को दिखने की जल्दी तैयारी करनी होती हैं,जिसके कारण दर्शको को ये कमल का गाना पूरा देखने नहीं मिलता।इस फिल्म का स्क्रीनप्ले और संवाद(डायलॉग)भी उम्दा हैं जिसके कारण ये पूरी फिल्म दर्शको को रोमांचित करती हैं और बानधकर भी रखती हैं।इस फिल्म में कई मजेदार सीक्वेंस हैं,जैसे वो जिसमे संजय मिश्रा रजत को समझते हैं की उन्होंने रजत को किडनैप क्यों किया हैं,वो सीन जिसमे संजय रजत को डिस्काउंट ऑफर करते हैं,एक सीन में पुलिस वाला अपने जूनियर को मंत्री की मालिश करने को कहता हैं,वो द्रश्य जहा फिमेल गब्बर सिंह करीना,दीपिका,रानी,प्रीटी,माधुरी(ये सब फिमेल गब्बर सिंह की चमची लडकियों के हैं)को पुलिस इंस्पेक्टर को मरने को कहती हैं,वो सीन जहा ये दिखाया गया हैं की पैसे वाला समझकर किडनैपर रजत की खूब सेवा करते हैं उसको मटन,चिक्न खिलते हैं और खुद प्याज रोटी खता हैं,पर जब उन्हें पता चलता हैं की वो कंगाल हैं तो उसके सामने प्याज रोटी रख देते हैं,वो सीन भी जिसमे दिखाया गया हैं की किस तरह मंत्री के यहाँ भी किसी दूसरी ऑफिस की तरह ही फिरोती वसूलने और फिर बंदी को छोड़ने का काम किया जाता हैं,ये सब सीन और एक से बढ़कर एक सीक्वेंस दर्शको को इस फिल्म में ज़रूर पसंद आयेगे,इस फिल्म के डायलॉग भी अच्छे हैं जैसे "हमने आपको किडनैप किया हैं आप प्लीज़ कोपरेट करे","कुत्ते की दम और आदमी की अक्ल हमेशा उलटी रहती हैं",""तेरा अंडरवर्ल्ड तो अमेरिका के कॉर्पोरेटवर्ल्ड से जादा इमानदार हैं","एक साल की वार्रेंट्री हैं कोई किडनैप करे तो रसीद दिखा देना","इंटरनेशनल पार्टी को फार्म हाउस में रखते हैं","मंत्री जी ने आपको पहले ही कम रेट लगाये हैं","बबासीर वाला मंत्र" यह सभी और फिल्म के दुसरे सभी संवाद भी फिल्म की कहानी के हिसाब से बहुँत उम्दा लिखे गए हैं,इस फिल्म के कुछ डायलॉग में गालियों का इस्तेमाल किया गया हैं,पर फिल्म में उन गालियों को ज़बरदस्ती नहीं ठूसा गया,इस फिल्म में गालिया होना इस फिल्म की कहानी की डिमांड थी,क्योंकी ये फिल्म गैंगस्टर पर भी हैं और असल ज़िन्दगी में भी अपराधी प्रवर्ती के लोग बिना गाली-गलोच के बात नहीं करते।इन अपशब्दों(गाली-गालोच)के कारण ही सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को A(यानि की एडलट)सटीफीकेट दिया हैं।इस फिल्म की शूटिंग भारत में की गयी हैं।इस फिल्म के निर्देशक सुभाष कपूर की बतौर निर्देशक ये दूसरी फिल्म हैं,इससे पहले2007में उनकी फिल्म"से सालम इंडिया "रिलीज़ हुयी थी।सुभाष कपूर ने "फस गए रे ओबामा" का निर्देशन किया हैं और इस फिल्म की कहानी और स्क्रीनप्ले भी उन्होंने ही लिखा हैं,एक और जहा सुभाष ने "फस गए रे ओबामा" के लिए नई और रोचक कहानी लिखी हैं वही उनका लिखा स्क्रीनप्ले भी बेहद दमदार हैं और बतौर निर्देशक भी उन्होंने सराहनीय काम किया हैं और आपनी फिल्म के सभी कलाकारों और बाकि अन्य सदस्यओ(फिल्म की पूरी टीम)से भी अच्छा काम करवाया हैं,"फस गए रे ओबामा"जैसी उम्दा और सार्थक फिल्म बनाने के लिए सुभाष कपूर और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र हैं।"फस गए रे ओबामा"जैसी फिल्मे खासतौर से बड़े शहर के मल्टीप्लेक्स के दर्शको को खूब पसंद आएगी ,सिंगलस्क्रीन और छोटे शहर के दर्शको को शायद ये फिल्म उतनी पसंद न आये क्योंकि वो विशुध रूप से नाच-गाने वाली फिल्मे देखना चहाते हैं,पर उनको भी "फस गए रे ओबामा" जैसी उम्दा फिल्म को ज़रूर देखना चाहिए,क्योंकि यह फिल्म स्वस्थ,सार्थक मनोरंजक फिल्म हैं।

RATING:-3n1/2 stars out of 5stars

समीक्षक-अंकित मालवीय
Email id-ankkitmalviyaa@gmail.com
after reading this review plz post ur valuable commets,thx alot,GOD BLESS

2 comments:

  1. anamikashah.model@yahoo.inDecember 5, 2010 at 1:51 AM

    wow superb review i really like the way u explain each n every thing abut this film

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